साधनपाद योगसूत्र का द्वितीय अध्याय है । जिसमें मुख्य रूप से क्रियायोग व अष्टांग योग का वर्णन किया गया है । योगसूत्र के साधनपाद का पहला ही सूत्र है । तपः स्वाध्यायेश्वरप्रणिधानानि क्रियायोग: ।। 1 ।। शब्दार्थ :- तपः, ( सुख- दुःख, मान- अपमान व लाभ- हानि आदि द्वन्द्वों को सहना ) स्वाध्याय, ( …
- Home
- |
- Category: Sadhan Paad