प्राणायाम के तीन प्रमुख अंग प्राणायामस्त्रिधा प्रोक्तो रेचपूरककुम्भकै: । सहित: केवलश्चेति कुम्भको द्विविधो मत: । यावत् केवलसिद्धि: स्यात् सहितं तावदभ्यसेत् ।। 71 ।। भावार्थ :- प्राणायाम के तीन मुख्य अंग होते हैं जिनसे प्राणायाम पूर्ण होता है । रेचक, ( श्वास को बाहर निकालना ) पूरक ( श्वास को अन्दर भरना ) व …
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- Category: hatha pradipika 2